*अपनो से "दूरियाँ" धुंए की तरह है..जितनी बढाएंगे,उतनी घुटन होगी......*
*और*
*"नजदीकियाँ" धुंध की तरह है..जितना पास आएंगे,उतनी राहत होगी.।*
*सारी उम्र बस एक ही "सबक" याद रखियेगा.....*
*"संबध"..."रिश्ते"...और "दोस्ती" में नियत साफ़ रखियेगा......*
*🙏🏻शुभ प्रभात🙏🏻*
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