*गलती पीठ की तरह होती है ।*
*खुद के सिवाय बाकी सबकी दिखतीं है।* *रिश्तों में आपसी मधुरता वहीं नष्ट होने लगती है....*
*जब एक-दूसरे में विशेषता कम और कमियाँ अधिक नज़र आने लगती है!*
*🙏सुप्रभात🙏*
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*🙏सुप्रभात🙏*
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