*चाबी से खुला ताला बार बार काम मे आता है*
*और हथौड़े से खुलने पर दुबारा काम का नही रहता*
*इसी तरह*
*संबन्धों के ताले को*
*क्रोध के हथौड़े से नहीं*
*बल्कि प्रेम की चाबी से खोलें.*
*🙏🙏 सुप्रभात🙏🙏*
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*चाबी से खुला ताला बार बार काम मे आता है*
*और हथौड़े से खुलने पर दुबारा काम का नही रहता*
*इसी तरह*
*संबन्धों के ताले को*
*क्रोध के हथौड़े से नहीं*
*बल्कि प्रेम की चाबी से खोलें.*
*🙏🙏 सुप्रभात🙏🙏*
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